फालसा – रोगनाशक और ग्रीष्म ऋतु का गुणकारी फल!

ग्रीष्म ऋतु में फालसा काफी मात्रा में बाज़ार में आ जाता है यह सस्ता और विटामिन से भरपूर फल है| फालसों का रंग लाल रंग का होता है| ग्रीष्म ऋतु में फालसे की ठंडाई शरीर के लिए लाभदायक होती है| यह फल स्वादिष्ट होने के साथ-साथ दिल के लिए हितकारी भी होता है|

फालसे के मौसम में इसकी जेली बनाकर रख लेने से मौसम के बाद फालसों का स्वाद व आनंद लिया जा सकता है| फालसे में और भी कई गुण हैं, इन्हें आजमाएँ|

फालसा – जानें इस गुणकारी फल के घरेलू उपाए:

1.   बदहज़मी व अरुचि होने पर फालसे में सेंधा नमक और काली मिर्च मिलाकर खाने से आराम मिलता है|

2.   फालसे का शर्बत शरीर की जलन, गर्मी और प्यास को मिटाता है और दिमाग में तरावट लाता है|

3.   फालसा गले की पीड़ा और खराश को दूर करता है|

4.   फालसा गॅस और एसिडिटि की दिक्कत को दूर करता है|

5.   हृदय रोग और पित्त विकार में पके फालसे का रस भुना जीरा, सौंठ और चीनी मिलाकर खाने से लाभ होता है|

6.   फालसे के पत्तों की पुलटिस गांठ पर बांधने से जल्दी आराम मिलता है|

7.   फालसे की जड़ का काढ़ा गठिया रोग में आराम पहुंचता है|

8.   मूत्र में रुकावट या जलन होने पर फालसे की जड़ पानी में भिगोकर रख दें, फूल जाने पर मसलकर छान लें, इसी पानी को पीने से रोग में आराम होगा| यह पानी लगातार 4 से 6 दिन तक पियें|

9.   फालसे की चटनी खाने से भोजन जल्दी पच जाता है, साथ ही पेट दर्द की भी कोई शिकायत नहीं होती|

10. अच्छी फालसे सुखकर जीरा, काला नमक, अजवाइन मिलाकर चूर्ण बनाकर रख लें| इस चूर्ण को खाते रहने से रक्त में उत्पन्न विकार नष्ट होकर रक्त शुद्ध हो जाता है|

कोशिश करें ये घरेलू उपाए फालसा फल के मौसम में करें ताकि आप केवल मौसमी ताज़े फलों का इस्तेमाल करें जिससे की आपको अत्यधिक लाभ मिलेगा| इसके साथ ही आप चाहें तो फालसे का गेल भी बनाकर रख सकते हैं|

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