बहरापन है तो यह घरेलू नुस्खे हितकारी होंगें

जब कान की वायु, शब्दवही स्रोतों को रोक देती है, तो व्यक्ति बेहरा हो जाता है| इस रोग में सुनने की क्षमता कम या बिलकुल समाप्त हो जाती है| अगर किसी को बहरेपन की समस्या है तो इस ब्लॉग में दी गयी जानकारी हितकारी साबित हो सकती है|

बहरापन तीन प्रकार का होता है:

1.   ऊंचा सुनाई देना

2.   कठिनता से सुनना

3.   और बिलकुल सुनाई न देना

वृद्धों का तथा पुराना बहरापन ठीक नहीं हो सकता है|

बहरापन के कारण:

1.       कान के मध्य या बीहतारी भाग में सूजन तथा फोड़े के कारण या कानो में जीव-जानतुओं के चले जाने से बहरापन आ सकता है|

2.       कई बीमारियों के दुष्ट परिणाम स्वरूप भी बहरापन होने की संभावना रहती है| जैसे खसरा, टाइफ़ाइड, मम्प्स, सिफिलीस, आदि|

3.       बहरापन आनुवांशिक भी होता है| जो चार या छे महीने के बाद बच्चे में परिलक्षित होने लगता है|

4.       कान में पानी जाने या कान बेह रहा हो, फिर भी उसका इलाज न करवाने से बहरापन आ जाता है|

5.       किसी आघात से भयंकर विस्फोटों अथवा धमाकों के कारण भी बहरापन आ सकता है|

6.       जब बच्चा डेड साल का हो जाने पर भी मामा, पापा जैसे सामान्य शब्द भी न बोल पाये तो किसी कान के विशेषज्ञ से बच्चे में बहरेपन की जांच ज़रूर करवा लेनी चाहिए| क्यूंकी अक्सर बहरेपन के कारण ही बच्चा न तो बोल पता है और न ही कोई प्रतिकृया व्यक्त कर पता है|

कम सुनने वालों के लिए हितकारी नुस्खे:

1.       बारीक पिसा हुआ सुहागा, कान में डालकर, उसके ऊपर, पाँच या छे बूंद नींबू का रस डालने से कान के भीतर गैस उत्पन्न होगी और मैल फूलकर बाहर आ जाएगी| इससे कान का पर्दा साफ जाएगा और सुनाई देने लगेगा|

2.       ताज़ा मूली का रस, सरसों का तेल, और शहद तीनों बराबर मात्रा में लेकर खूब हिलाकर मिला लें इसको दो से चार बूंद दिन में चार बार कान में डालने से सुनने की शक्ति बढ़ती है|

3.       सौंठ, गुड और घी खाने से सुनने में लाभ होता है और कान की सांय-सांय की आवाज़ भी बंद हो जाती है|

4.       4 से 5 बूंद राई का तेल कान में टपकाने से कम सुनाई पड़ने की शिकायत दूर हो जाती है|

5.       अदरक के रस और शहद में थोड़ा सा नमक मिलाकर दो से चार बूंद कान में डालें, ज़रूर फाइदा होगा|

6.       बहरेपन की स्थिति में नियमित रूप से दालचीनी का तेल रात को सोते समय डालना चाहिए, कुछ ही दिनों में बहरापन दूर हो जाता है|

7.       बहरापन होने पर नियमित रूप से कुछ दिनों तक तुलसी के पत्तों का रस निकाल कर हल्का गरम करके,कान में डालना चाहिए|

8.       सप्ताह में एक बार शुद्ध सरसों का तेल हल्का गुनगुना करके डालना गुणकारी होता है| इससे बहरापन दूर होता है|

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