कमर दर्द विशेषकर स्त्रियों को होने वाली दिक्कत है| ये दर्द किसी भी कारण से हो पर बहुत की कष्टकारी होता है| कमर दर्द युवा तथा बूढ़े दोनों लोगों में होता है| आमतौर पर यह उन स्त्रियों को अधिक होता है| जो प्रसव (बच्चे को जन्म देने के बाद) के बाद उचित व्यायाम, सेक या मालिश नहीं करवाती|
प्रसव के बाद खान-पान की अनियमितता के कारण भी होता है| इसके इलवान भारी वजन उठाना, बार-बार होने वाली कब्जियत, गर्भाशय के रोग, कमर की हड्डी में वात रोग, गठिया रोग होने पर भी कमर दर्द होने लगता है|
कमर के दर्द छु मंत्र हो जाएगा ई आयुर्वेदिक घरेलू नुस्खों से:
1. 100 ग्राम अजवायन का चूर्ण और 100 ग्राम गुड एक साथ मिलाकर रख लें| पाँच-पाँच ग्राम सुबह शाम सेवन करने से कमर का दर्द दूर होता है|
2. पाँच खजूर को उबालकर उसमें दो ग्राम मेथी का चूर्ण डालकर रोज़ पीने से कमर दर्द मिटता है|
3. सोंठ और एरंड मूल का क्वाथ बनाकर उसमें पीसी हुयी हींग और काला नमक डालकर पीने से कमर दर्द का शमन होता है|
4. सोंठ व गोखरू समान भाग में लेकर उसका क्वाथ बनाकर सुबह-शाम पीने से भी कमर दर्द दूर होता है|
5. चालीस तोला धतूरे के पत्तों का रस, एक तोला अफीम और तीन ग्राम सेंधा नमक, सभी एक साथ मिलाकर गाढ़ा कर लें| दिन में तीन बार इससे मालिश करने से कमर दर्द पूरी तरह ठीक हो जाता है|
6. कमल ककड़ी के चूर्ण को दूध में उबालकर पीने से प्रदर दूर होता है और कमर दर्द से राहत मिलती है| कमर दर्द कितना ही पीड़ादायक हो, इसके सेवन से अवश्य लाभ होगा|
कमर के दर्द से बचाव:
1. सीधे लेटने का अब्यास करें| यदि लकड़ी का तख्त मिल जाये तो कुछ देर उसपर लेटकर शरीर को एकदम ढीला छोड़ दें| प्रतिदिन एक घंटा इस तरह से सोने से आराम मिलेगा|
2. ऊपर से कोई वस्तु नीचे उतारनी है तो पंजों के बल खड़ा होकर उतारें|
3. घर की सफाई करने हेतु लंबी झाड़ू का उपयोग करें, ताकि कमर को अधिक झुकाना ना पड़े|
4. सीधा बैठें और सीधा लेटें| भोजन करें तो सीधा बैठकर| चलें तो सीना तान कर चलें| भूलकर भी बार-बार कमर को ना झुकाएँ|
5. भोजन में सलाद, फल, दूध, पनीर आदि का सेवन करें| सब्जी का सूप हर रोज़ बनाकर कर सेवन करें| चौलाई और पालक ज़रूर खाएं|6. मोटापा ज़्यादा है तो कम करें और अगर मोटे नहीं है तो वज़न को बढ़ने ना दें| सुबह-शाम पंजों के बल चलते हुये हल्का व्यायाम करें|