ये एक ऐसी बीमारी है जिससे हर कोई बच कर रहना चाहता है| इसलिए आज हम आपसे मधुमेह से जुड़ी सभी तरह की ज़रूरी बातें सांझा करेंगें| इसके साथ ही हम आपको कुछ कमाल के घरेलू नुस्खे भी बताएंगें जिससे मधुमेह जैसी गंभीर समस्या से बचा जा सकता है|
मधुमेह क्या है?
मधुमेह इंसुलिन की कमी के कारण उत्पन्न शारीरिक स्थिति है| हमारे शरीर में पाचन संस्थान के कुछ नीचे बाई और एक ग्रंथि होती है, जिसे पैंक्रियास ग्रंथि कहते हैं| इसी ग्रंथि के कुछ विशेष कोश इंसुलिन नमक स्राव उत्पन्न करते हैं| खाए हुये पदार्थ पचकर जब रक्त में घुल-मिल जाते हैं तो रक्त में शर्करा की मात्रा बढ़ जाती है, परंतु इंसुलिन इस बढ़ी शर्करा को शरीर के भिन्न-भिन्न कोशों को उपलब्ध कराती रहती है|
ऐसा करने से रक्त की मात्रा बढ़ नहीं पाती, लेकिन जब इंसुलिन के स्राव में कमी आ जाती है तो रक्त में शर्करा की मात्रा बढ़ जाती है| इस स्थिति को मधुमेह कहते हैं|
मधुमेह के कारण:
मधुमेह के प्रमुख कारण हैं:
· तनाव
· चिंता
· मोटापा
· धूम्रपान
· खट्टे-मीठे पदार्थों का अधिक सेवन, ऐसे में हमारे अग्न्याशय (पैनक्रियाज) ग्रंथि विकृत हो जाती है| इस कारण कार्बोदित पदार्थों का चयापचय ठप हो जाता है|
· आखिर में इन सभी करणों की वजह से रक्त में
मधुमेह के लक्षण:
· पेशाब की मात्रा और पेशाब की विसर्जन की आवृति बढ़ जाती है|
· मधुमेह के कारण पेशाब में शर्करा की मात्रा भी बढ़ जाती है|
· इस कारण मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति अगर खुल्ले में पेशाब करता है, तो वहाँ चितियाँ एकत्रित हो जाती हैं|
· जब किसी रोगी को मधुमेह होता है उसकी भूख-प्यास बढ़ जाती है और इसके साथ ही उनके सर में भारीपन और दर्द भी रेहता है|
· मधुमेह के मरीज को उनकी त्वचा में रूखापन आ जाता है और ऐसे में उनके फोड़े-फुंसियाँ भी ज्यादा निकलते हैं|
· मधुमेह के रोगियों को अगर कोई घाव हो जाये या चोट लग जाये तो वह ठीक होने में काफी समय लेता है और जल्दी कोई घाव भरता नहीं है|
· मधुमेह के मरीज की आखों की रोशनी भी कम हो जाती है|
· मधुमेह में शारीरिक कमज़ोरी भी अधिक आ जाती है|
अब जब आपको ये समझ में आ गया है की मधुमेह क्या होता है? किस कारण मधुमेह की बीमारी होती है? और मधुमेह के लक्षण क्या है तो अब हम बात करेंगें की मधुमेह जैसी गंभीर समस्या से कैसे बचा जा सकता है?
मधुमेह से बचने के ज़बरदस्त घरेलू उपाए:
नीचे बताई गयी सभी औषधियाँ किसी भी आयुर्वेदिक स्टोर पर मिल जाएंगें|
1. तीन महीने तक देसी घी में करेले की सब्जी बनाकर उसका सेवन करने से मधुमेह में निश्चित रूप फायदा मिलेगा|
2. रात के समय मेथी के दानों को धोकर साफ पानी में भिगोकर रख दीजिये| सुबह उठने के बाद दात साफ करने के बाद आप एक पानी को पी लें और मेथी के दानो को धीरे-धीरे चबा कर खा लीजिये| ऐसा करने से मधुमेह ठीक हो जाएगा|
3. सुबह- सुबह टमाटर, संतरा, और जामुन का नाश्ता करें| इन फलों की 300 ग्राम मात्रा काफी है|
4. रात को काली किशमिश भिगोकर रखलें और फिर सुबह इसका पानी छान लें और पानी का सेवन करें|
5. आवलें को आचे से धोकर लें और उसे सूखा कर उसका चूरन बना लें या फिर सीधा मार्किट से आवलें का चूरन ले आयें और उसे पानी में भिगोकर कुछ देर के लिए रख दें| इसके बाद इस मिश्रण को छानकर इसमें नींबू का रस मिलाकर सुबह पी लें|
6. तमालपत्र जिसे हम तेजपत्ता भी कहते हैं, इसे आप कूट कर कपड़े से छान कर इसका चूरन बना लें| फिर 5 ग्राम इस चूरन को गुंगुने पानी में मिलाकर इसका सेवन सुबह के समय करें| इस घरेलू उपाए से आपको 10 दिनों में लाभ होगा|
7. मेथी, आंवला और हल्दी को समभाग मात्रा में लेकर अच्छे से कूट-पीस कर इसका चूर्ण बना लें| अगर कोई भी मधुमेह से परेशान व्यक्ति इस चूर्ण को सुबह, शाम, दोपहर को पानी के साथ एक चम्मच लेना शुरू करेगा तो वह दो महीनों के अंदर मधुमेह से मुक्त हो जाएगा|
8. मधुमेह से बचने के लिए आम और जामुन का रस बराबर मात्रा में मिलाकर इस रस का सेवन करें| आपको इस रस का सेवन दिन में तीन बार करना है और कम से कम एक महीने तक ऐसा करें|
9. जामुन की गुठली और हरिद्रा की बराबर मात्रा लेकर कूट-पीस कर इसका चूर्ण बना लें| फिर इस चूर्ण को आप शहद के साथ चाटें या आधा चम्मच चूर्ण आप छाछ के साथ पी लें| आपकी मधुमेह की बीमारी कितनी भी ज़्यादा हो इससे आपका मधुमेह कट जाएगा|
10. मधुमेह के इलाज के लिए बेलपत्र काफी कारगर होता है| यह सिद्ध प्रयोग हैम की बेलपत्र और नीम के पत्ते 11-12 नाग लेकर उन्हें तुलसी के करीब 5 से 6 पत्तों, 5 नाग मुनक्का और 5 नाग काली मिर्च के साथ पीसकर गोलियां बना लें| एक-एक गोली प्रतिदिन प्रात: जल के साथ भयंकर मधुमेह रोग का केवल तीन-चार महीनों में निवारण हो जाता है| पर हाँ, साथ में खान-पान का ध्यान रखना भी ज़रूरी है|
11. जामुन के कोमल हरे पत्ते पीसकर नियमित 25 दिन तक प्रात: पानी के साथ पीने से पेशाब में शक्कर जाना रुक जाता है|
मधुमेह में केला उपयोग में लाया जा सकता है, पर कैसे?
अक्सर मधुमेह के रोगी केले का उपयोग करने से घबराते हैं, पर इस तथ्य की जानकारी बहुत कम लोगों को है की केले के रस का सेवन करने से मधुमेह की बीमारी कम होती है|
देहरादून के विख्यात चिकित्सक पंडित ठाकुर दत्त शर्मा ने उल्लेख किया है की गले हुये केले के छिलके उतार कर उन्हें हाथों से मसल कर लुगदी बना लें| फिर उसमें आधा भाग चावल की भूसी मिलाकर 2 से 3 दिन गरम स्थान पर रक छोड़ें|
चौथे दिन किसी पात्र में सबको रखकर पात्र को थोड़ा टेड़ा करके थोड़ी देर तक वैसे ही रहने दें| ऐसा करने से केले का रस अपनेआप एक तरफ निथार आएगा| आपको इसी रस का सेवन करना है| आप चाहें तो स्वाद के लिए इस रस में चुटकी भर काली मिर्च और सेंधा नमक पीस कर डाल सकते हैं|
हम आशा करते हैं की आपके लिए ऊपर दी गयी जानकारी और घरेलू उपाए कारगर होंगें| अगर आपके जानने में कोई भी व्यक्ति जो की मधुमेह की समस्या से परेशान है तो आप ये जानकारी उनसे ज़रूर सांझा करें|