मसालों में धनिया का आपना एक ही महत्व है| लेकिन ये बात बहुत कम ग्रहणियों को मालूम है की धनिया औषधि के रूप में भी लाभकारी है| हरे तथा सूखे धनिये में धीर सारे स्वस्थ वर्धक गुण छिपे हुये हैं| धनिये का प्रयोग घरेलू औषधि के रूप में बहुत अच्छे से किया जा सकता है|
तो आज हम धनिये के 14 ऐसे घरेलू नुस्खों के बारे में जानेगें जिससे 14 विकारों को सही किया जा सकता है| जी हाँ धनिया सिर्फ खाने का जयका ही नहीं बल्कि एक कमाल की औषधि भी है जिसे गुणों की जानकारी होने आपके लिए काफी लाभकारी होगा|
14 विकारों का एक उपाए – धनिया के घरेलू उपाए:
1. सूजन व जलन: शरीर के किसी हिस्से में सूजन और जलन होने पर धनिया को सिरके में बारीक पीसकर सूजे हुये हिस्से और जलन वाली जगह पर लेप करने से लाभ मिलता है|
2. नकसीर: हरे धनिये का रस सूंघने तथा पत्तियों को पीसकर सिर पर लेप लगाने से नाक से बहने वाला खून बंद हो जाता है|
3. बुखार: यदि ठंडक के साथ बार-बार बुखार चढ़ता हो तो सूखा धनिया और सौंठ (समान मात्रा में लेकर) पाँच-पाँच ग्राम दिन में चार बार लेने से मलेरिया बुखार जाता रहता है|
4. कब्ज: हरा धनिया, काली मिर्च, काला नमक, तथा पिसा हुआ जीरा मिलाकर चटनी बनाकर खाने से कब्ज रोग दूर होता है|
5. मुंह के छाले: हरे धनिये का रस मुह के छाले पर लगाने तथा सूखा धनिया पानी में उबालकर उससे गरारे करने से मुंह के छाले ठीक हो जाते हैं|
6. अनिन्द्रा: हरे धनिये को बारीक पीसकर उसमें मिश्री तथा पानी मिलाकर लस्सी की तरह बनाकर दिन में तीन बार पीने से अनिन्द्रा रोग में लाभ होता है|
7. पेट दर्द: पेट में दर्द अथवा जलन होने पर धनिये का चूर्ण मिश्री के साथ पानी में घोलकर पीने से आराम होता है|
8. मूत्र रोग: पिशाब में जलन होने पर सूखा धनिया तथा आंवला समान भाग में लेकर रात को भिगो दें तथा सुबह महीन पीसकर शर्बत की तरह एक सप्ताह तक नियमित पीना लाभ दायक होता है|
9. मुह की दुर्गंध: मुंह से आने वाली दुर्गंध को सूखा धनिया चबा कर दूर किया जा सकता है| प्याज तथा लहसुन की गंध भी धनिया चाबाने से दूर होती है|
10. लू: धनिया को पानी में भिगोकर उससे मसलकर छान लें, उसमें थोड़ी शक्कर मिलाकर पीने से गर्मियों में लगी हुयी लू मिटती है|
11. नेत्र रोग: हरे धनिये को पीसकर रस निकालकर कपड़े से छान लें| यह रस घी में मिलाकर दो-दो बूंदें आँखों में सुबह-शाम डालने से दुखती आँखों को लाभ होता है| आँखों की फुंसियाँ फूली पपड़ी भी ठीक हो जाते हैं और ऐनक का नंबर उतरता है| आंखो के विकारों में हरा धनिया बहुत उपयोगी है|
12. प्यास: धनिया पानी में भिगो दें और उसे मसलकर छान लें| उसमें शहद व शक्कर मिलाकर पीने से बार-बार लगने वाली प्यास शांत होती है|
13. बवासीर: हरे धनिये को पीसकर और उसे गर्म कर पुल्टिस बनाकर बवासीर के मासों पर सेक करने से मस्से नरम पड़ते हैं और दर्द दूर होता है|
14. बच्चों की खांसी: हरे धनिया के रस और शक्कर को चावल में माड़ में मिलाकर पिलाने से बच्चों की खांसी और सांस रोग दूर होता है|
हम आशा करते है की आपको यह जानकारी कारगर लगी| यदि किसी भी घरेलू नुस्खे को करने के बाद आपको किसी भी प्रकार की दिक्कत हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें|
वैसे तो धनिया के यह घरेलू नुस्खे आपको किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाएंगे| पर अगर ऊपर बताए गए विकारों की इलाज पहले से कार्वा रहें या कोई दवाई ले रहे हैं तो बिना डॉक्टर से बात किए खुद से कोई नुस्खे ना करें|