नाश्ते से लेकर रात के खाने तक की डाइट कैसी होनी चाहिए जानें!

अगर आप अत्यधिक मोटापे से परेशान तो आप कुछ इस तरह के रूटीन को फॉलो करें जिससे आपको मोटापा कम करने में मदद मिलेगी और इसके साथ ही ज़रूरी पोशाक तत्वों की कमी भी पूरी हो जाएगी|

अक्सर देखा गया है की लोग मोटापा कम करने के लिए बहुत सारी चीजों को खाना ही बंद कर देते हैं जिससे कई बार ज़रूरी पोशाक तत्व मिल ही नहीं पाते और इससे शरीर में पोशाक तत्वों की कमी के साथ ही कमज़ोरी हो जाती है| इसलिए आज हम आपको सुबह नाश्ते सेलेकर रात के खाने तक किस तरह का रूटीन का पालन करना चाहिए ये बताएँगे जिससे आपको वज़न कम करने में मदद मिलेगी और आपकी सेहत में भी सुधार होगा|

अगर आप चाहते हैं की आपकी सेहत दुरुस्त रहे और आप सेहतमंद बने रहें तो पोशाक से भरपूर आहार के साथ आप किस समय पर आहार ले रहे हैं और किस तरह खाते हैं ये चोटी-चोटी चीज़ें भी मायने रखती हैं|

अगर आप गलत समय पर हेल्दी चीज़ भी खाते हैं तो इससे आपको समस्या हो सकती है या फिर आपको उसका पूरा फायदा नहीं मिलता है| यही कारण है की आपको पोररे दिन में किस समय पर क्या खाना है इसका एक रूटीन फॉलो करना चाहिए जिसमें नाश्ता, स्नैक्स, डिनर यह सभी चीज़ें शामिल हैं| अगर आप बिना समय देखे किसी भी चीज़ का किसी भी वक़्त सेवन कर लेते हैं तो इससे मोटापा बढ़ने के आसार बढ़ जाते हैं और आपको कई तरह की बीमारियाँ भी हो सकती हैं|

पूरे दिन में किसी भी समय खाने की आदत से अनिद्रा, मधुमेह, और हाई बीपी की समस्या भी हो सकती है| तो चलिये जानते हैं की सुबह के नाश्ते से लेकर रात के खाने तक आपको किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए|

स्वस्थ रहने के लिए इन 4 बातों का ध्यान रहे:

1.       नाश्ता:

रात को सॉकर उठने तक 12 से 13 घंटे हो जाते हैं इसलिए कोशिश करें की सुबह आप 3 घंटे के अंदर ही नाश्ता कर लें| जो लोग रात का खाना 8 बजे तक खा लेते हैं तो आपको अपना नाश्ता सुबह 8 से 9 बजे तक कर लेना चाहिए क्यूंकी डिनर के बाद अगली सुबह तक आपको 12 से 13 घंटे हो जाते हैं और यही कारण है की आप सॉकर उठने के 3 घंटे के बीच अपना नाश्ता कर लें और इससे ज़्यादा भूखा न रहें| सुबह के नाश्ते हैं आप इडली, दलीय, पोहा, अंडे, फ्रूइट्स, ड्राइ फ्रूइट्स, अंकुरित अनाज, दूध, पनीर, उप्मा, और ओट्स आदि चीजों का सेवन कर सकते हैं| खाली पेट फलों का सेवन और ड्राइ फ्रूइट्स का सेवन सबसे अच्छा माना जाता है|

2.       दोपहर का खाना:

सुबह का नाश्ता आइसा होना चाहिए की आपको दोपहर के खाने से पहले भूख न लगे क्यूंकी ऐसा होने पर कई बार लोग कुछ भी अनहेल्दी खाने लगते हैं जो उनकी सेहत के लिए अच्छा नहीं होता है| अगर आपको कई बार थोड़ी-बहुत भूख लगती है तो आप छाछ, लस्सी, फ्रूइट्स जैसे सेब, केला, या फिर ग्रीन टी का सेवन कर सकते हैं| इसका मतलब ये नहीं है की भूख न लागने पर भी आप ये चीज़ें खाएंगें| कोशिश करें की जिस तरह सुबह का नाश्ता समय पर किया है उसी तरह आप दोपहर का खाना भी समय पर करें और नाश्ते और दोपहर के खाने के बीच 5 घंटे का अंतर रखें यानि की अगर अपने नाश्ते सुबह 8 बजे तक किया है तो दोपहर का खाना 1 बजे तक कर लें| ध्यान रहे की दोपहर के खाने में अत्यधिक तेल और मसाले न हों और इसमें दल और सब्जी की मात्रा अधिक हो और रोटी और चावल ज़रूरत के अनुसार हो| अगर आपको चिकन पसंद है तो देपहर के समय आप कम तेल और मसालों में बने चिकन का सेवन कर सकते हैं| जिन्हें मोटापा कम करना है वोह खान एमें उबली हुयी सब्जियों का सेवन भी कर सकते हैं|

3.       शाम के स्माय में स्नैक्स:

अगर आपको शाम के समय भूख लगती है तो कोशिश करें की आप अपने साथ कुछ हेल्दी स्नैक्स रखें जैसे की ड्राइ फ्रूइट्स, फ्रूइट्स, भुने हुये चने, मूँगफली, अंकुरित अनाज, मखाना, ग्रीन टी, या फिर सीड्स| ये सभी ऑप्शन शाम के स्माय भूख लागने पर खाये जा सकते हैं| जैसे की अभी सरदियों का मौसम चल रहा है तो आप चाहें तो तिल, लाइया, चना और गोंद के लड्डू या फिर चिक्की और गजक भी बनाकर कर रख लें ताकि उन्हें स्नैक्स के रूप में सेवन किया जा सके| ये सभी हेल्दी स्नैक्स में आते हैं और इंका सेवन करने से आपको सर्दियों में होने वाला आलस और थकावट को दूर करने में मदद मिलेगी और बहुत से पोशाक तत्व भी मिल जाएंगें|

4.       डिनर:

अक्सर ग्रहणियों को ये चिंता होती है की रात को खाने में क्या बनाएँ क्यूंकी भारत में लोग दिन में जो भी खाएं उन्हें रात का खाना लज़ीज़ चाहिए होता है जैसे की उसके बिना उहें अच्छी नींद नहीं आएगी| लेकिन सच्चाई यही है की रात का खाना जितना हल्का और पोष्टिक होगा उतना बेहतर है इसका मतलब ये नहीं है की पोष्टिक खाना लज़ीज़ नहीं हो सकता है| इस बात का भी ध्यान रहे की रात का खाना आप सोने के तीन घंटे पहले ही खा लें मतलब अगर आप 10 से 11 के बीच सो जाते हैं तो रात का खाना 7 से 8 के बीच खा लें ताकि खाने को पचने का समय मिल जाये| जो लोग रात को दूध को दूध पीकर सोते हैं उनके लिए ज़रूरी है की वो हल्का खाना खाएं और सोने से एक घंटे पहले दूध का सेवन करें| जो लोग डिनर के बाद सोने से पहले दूध नहीं पीते हैं वो अपनी भूख के अनुसार डिनर कर सकते हैं बस डिनर में हैवी खाना न खाएं|

जब आप सुबह उटें तो दिन की शुरुआत इस तरह के आहार और से करें जिससे आपको दिन भर के काम करने की ऊर्जा मिले और आप चुस्त महसूस करें न की आपको सोने का मन करे| जब आप स्माय पर एक निश्चित अंतराल के बाद भोजन करते हैं तो इससे आपके पाचन तंत्र को खाने से मिली कैलोरी को इस्तेमाल करने का और उसे पचाने का समय मिल जाता है| इसके सतह ही ये भी अच्छा है की आप ज़रूरत के अनयसार पानी ज़रूर पीईएन और शरीर में पानी की कमी न हो| आप फ़िज़िकल जितना ज़्यादा एक्टिव रहेंगे उतनी ही भूख-प्यास शै से लगती रहेगी क्यूंकी आलस बीमारी का दूसरा नाम है|

आप अपने दिन की शुरुआत सुबह जल्दी उठकर करें क्यूंकी जीतने भी लोग जो सुबह जल्दी उठते हैं उनके पास पूरे दिन को अच्छे से ऑर्गनाइज़ करने का अच्छा समय मिल जाता है और इसके साथ ही वो लोग जो जॉब के साथ किसी अन्य स्किल पर काम कर रहे हैं उन्हें उसपर काम करने का शांत माहौल मिलता है सुबह के समय| इसके साथ ही सुबह जल्दी उठकर आप वर्कआउट करके अपनी सेहत को हेल्दी रखने की नयी आदत अपना सकते हैं जो की बुढ़ापे तक आपके काम आएगी|

इसलिए आप अपने दिनचर्या में वर्कआउट, योग, रनिंग, डांस, म्यूजिक, स्विमिंग और अन्य एक्टिविटी को शामिल करें इससे आपकी सेहत और आपका मन दोनों ही बेहतर होगा| जब आप एक हेल्दी एक्टिव लाइफ़स्टाइल जीते हैं तो इससे आपका मेटाबॉलिज्म भी बेहतर होता है और आप ज़िंदगी के मुश्किल समय में कम से कम फ़िज़िकल और मेंटल हेल्थ के चलते पीछे नहीं रहते हैं|

जीवन एक है, शरीर और मन भी एक है तो जिस तरह आप अपने करीर के लिए स्माय निकलते हैं वैसे ही आपको अपने शरीर के लिए भी समय निकालने की अवशयकता है क्यूंकी आप जितना भी पैसा कमा लें अगर आप शरीर से मात खा रहे हैं तो आप कबतक पैसे कमा पाएंगें|

आज कल के युवा व बच्चे दोनों के खान-पान को देखा जाये तो गंभीर रूप से चिंतन करने की बात है क्यूंकी आज कल सब कुछ पाकेट में मौजूद है और इस हेल्दी स्नैक्स की सच्चाई बहुत से लोगों को नहीं पता होती है| ज़्यादातर हेल्दी बोलके बेचे जाने वाले ‘हेल्दी स्नैक्स’ सच में बहुत सारे हानिकारक चीजों से भरे होते हैं जिन्हें खाने की लाइफ बढ़ाने के लिए डाला जाता है और इससे खाने में मौजूद पोशाक तत्व खत्म हो जाते हैं या फिर बहुत ही कम मात्रा में रहते हैं|

इसलिए आप बचपन से ही बच्चों में घर का बना हुआ पोष्टिक आहार खाने की आदत डालें और हो सके तो बाहर की चीज़ें कम ही खिलाएँ और अगर ज़्यादा मन भी हो तो घर पर ही बनाने की कोशिश करें| इस बात का ध्यान रखें की बच्चों को अच्छे खाने और पोषक तत्वों का महत्व बचपन से ही बताएं, ताकि बड़े होने तक उन्हें पता हो की उन्हें किस तरह के आहार उन्हें आपने खाने में शामिल करने चाहिए|

कभी-कभी बाहर की चीज़ें खाने कोई नुकसान नहीं होगा पर अगर आप हफ्ते में हर दुरसे दिन बाहर का खा रहे हैं तो लंबे समय में इसका असर आपकी सेहत पर प्रभाव होगा|  

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