कभी-कभी आखों में मिर्च, प्याज़ या अन्य तीक्ष्ण पदार्थ लग जाने से जलन होने लगती है और आखों से पानी गिरता है| आखें आने के कारण भी आंख में जलन होती है| ऐसे में निम्न नुस्खों का प्रयोग करना चाहिए| इससे तुरंत राहत मिलती है|
आखों में जलन के नुस्खे:
1. गाय का मक्खन आखों में लगाने से आखों की जलन दूर होती है| खुरासानो का दूध या भिलावा आख में पड़ गया हो और जलन हो रही हो तो मक्खन का अंजन आख में लगाने से अत्यधिक लाभ होता है|
2. दही की मलाई पलकों पर लेप करने से गर्मी और जलन निकाल जाती है, यह अनुभव सिद्ध नुस्खा है| दही की मलाई उपलब्ध न होने की स्थिति में दूध की मलाई से भी काम चल सकता है लेकिन पलकों पर मलाई ठंडी ही लेप करें|
3. हल्दी, फिटकरी और इमली के पत्तों को समभाग में लेकर इन्हें पीसकर पुल्टिस बनाकर सेक करने से जलन कम होती है और इससे लाख की लाली भी दूर हो जाती है|
4. दस ग्राम द्राक्ष को रात में पानी में भिगोकर रख दें, सुबह उसे हाथ से मसल लें फिर उसमें थोड़ी शक्कर मिलाकर पीने से आख की जलन में राहत मिलती है|
5. सेब को अंगारों पर सेक कर उसे हाथ से मसल लीजिये, फिर इसकी पुल्टिस बनाकर रात में आखों की पलकों के ऊपर बांधने से थोड़े ही दिनों में आख की जलन, भारीपन, दृष्टिमंदता, दर्द आदि विकार दूर हो जाते हैं|
6. बबूल के पत्तों को पीसकर टिकिया बनाकर घी में भूनकर, आखों पर बांधने से, आखों की जलन में तुरंत लाभ होता है| इसके पत्तों का रस निकाल कर आखों की पलकों पर गर्म लेप करने से पलकों की सूजन व आखों से पानी गिरना रुक जाता है|
आखों के लिए फायदेमंद आहार:
पुराना चावल, मूंग, जौ, शकों में बथुआ, चौलाई, परवल, करेला, बैगन, आदि और घी में पकाए गए आहार फायदेमंद हैं| मधुर एवं तीखे पदार्थों का सेवन भी आखों के लिए लाभकारी होते हैं|
जुंगली देसी पंछियों का मास भी उत्तम होता है| नींबू या बबूल के पत्तों को पीसकर तालुओं पर लेप करना चाहिए, इससे आखों को ठंडक पहुँचती है| सर में तिल के तेल की मालिश करने से भी आखों को राहत व शीतलता मिलती है|
आखों के रोगों में हानिकारक आहार-विहार:
कड़ुवे, अम्लीय, गरिष्ठ, तीक्ष्ण एवं गरम पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए| उड़द, मादक पदार्थ, सूखे मांस-मछ्ली, अंकुरित धान्य तथा अन्य विदाहकारी पदार्थ भी आखों के रोगों में नुकसान दायक होते हैं|