विटामिन-ई वरदान से कम नहीं है – विटामिन-ई के फायदे व नुकसान!

वैसे तो हमारे शरीर को सभी तरह के विटामिन्स की ज़रूरत है, और हर एक विटामिन का अपना महत्व है लेकिन कुछ विटामिन्स का महत्व खास है, जैसे की विटामिन-ई|

ऐसा इसलिए भी है क्यूंकी विटामिन-ई न केवल हमारे शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है पर ये वीटामिन कोलेस्ट्रॉल को सामान्य करने में और शरीर को किसी भी तरह की एलर्जि से बचाने में भी बहुत सहायक है| इसलिए वीटामिन-ई की कमी होना सही नहीं है|

वैसे तो सभी तरह की विटामिन्स का ज़रूरी मात्रा में आपके शरीर में होना ज़रूरी है पर जैसे की हमने कहा की कुछ विटामिन्स मुख्य रूप से आपने कुछ वेश गुणों की वजह से खास होती है| इसलिए ध्यान दें की आपके खाने में सभी तरह के ज़रूरी तत्व मौजूद हों|

इसी तरह वीटामिन-ई भी हमारे शरीर में खास भूमिका निभाती है, विटामिन-ई एक तरह की वसा में घुलनशील विटामिन है। विटामिन-ई को सम्पूर्ण स्वस्थ के लिए अच्छा माना गया है, इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट भी शरीर के लिए बहुत लाभदायक माने जाते हैं|

आपको ये शायद न पता हो की विटामिन-ई का उपयोग दूसरी कोशिकाएँ एक दूसरे से इंटरएक्ट करने के लिए भी करती हैं|

इनमें विटामिन-ई की भरपूर मात्रा मिल जाएगी:

1.   सूखे मेवे

2.   सूरजमुखी

3.   हरी पत्तेदार सब्जियाँ

4.   शलजम

5.   ब्रोकली

6.   लिवर

7.   बादाम

8.   शकरकंद

9.   कद्दू

10.   एवोकेडो

11.   दहि

12.   आम

13.   पॉपकार्न

14.   पपीता

15.   अखरोट

अगर आप इन सभी खाद पदार्थो को अपने खाने में शामिल करेंगें तो आपको ज़रूरत के अनुसार जितनी विटामिन-ई की ज़रूरत है, उतनी आराम से मिल जाएगी|

अब ये जनना ज़रूरी है कि सामान्य रूप से विटामिन-ई की कितनी मात्रा हमारे लिए सही है क्यूंकी कोई भी चीज़ ज़रूरत से ज़्यादा नुकसान करती है|

कितनी विटामिन-ई लेना सही है?

वैसे तो प्रत्येक व्यक्ति को कितनी विटामिन-ई की ज़रूरत है ये उसकी उम्र, लिंग पर निर्भर करता है| इसके साथ ही बीमारियां, प्रेगनेन्सी, और स्तनपान में विटामिन-ई की आवश्यकता ज़्यादा हो सकती है, विटामिन-ई की अवशयकता को और अच्छे से जाने के लिए नीचे दी गयी जानकारी पर ध्यान दें:

जो महिलाएं स्तनपान करती हैं – 17 मिलिग्राम/दिन

नवजात शिशु से 6 महीने तक के शिशु – 4 मिलिग्राम/दिन

नवजात शिशु 7 से 12 महीने तक के शिशु – 5 मिलिग्राम/दिन

1 वर्ष की आयु से 3 वर्ष की आयु तक के बच्चे – 6 मिलिग्राम/दिन

4 वर्ष की आयु से 8 वर्ष की आयु तक के बच्चे – 7 मिलिग्राम/दिन

9 वर्ष की आयु से 13 वर्ष की आयु तक के बच्चे – 11 मिलिग्राम/दिन

14 मिलिग्राम और उससे ज्यादा बड़े बच्चे – 15 मिलिग्राम/दिन

विटामिन-ई की कमी होने पर क्या लक्षण होते हैं?

1.   आपके शरीर के अंग पूरी तरह काम नहीं कर पाते हैं|

2.   आप अपनी मांसपेशियों में कमज़ोरी महसूस करेंगें|

3.   आखों के मूवमेंट में दिक्कत होना|

4.   आखों की रोशनी कम होना और देखने में दिक्कत होना|

5.   चलते वक़्त पैरों में कमज़ोरी होना और झिलमिलाहट महसूस होना।

6.   विटामिन ई की कमी की वजह से प्रजनन क्षमता भी कम हो जाती है और शरीर में कमज़ोरी हो जाती है|

विटामिन ई के साइड इफेक्ट्स भी जान लें:

1.   अगर आप आपने खाने में विटामिन ई से भरपूर खाना शामिल करते हैं तो ये बिलकुल नुकसान नहीं करेगा पर अगर आप अलग से विटामिन ई के हाई डोज ले रहे हैं तो ये आपको नुकसान पहुंचा सकता है|

2.   विटामिन ई युक्त हाई डोज सप्लिमेंट्स लेने से मस्तिष्क में ब्लीडिंग हो सकती है|

3.   अगर एक प्रेगनेंट महिला के शरीर में विटामिन ई की मात्रा ज़्यादा हो जाये तो शिशु में बर्थ डिफ़ेक्ट होने के आसार बढ़ जाते है|

4.   अगर आपको विटामिन ई के सप्लिमेंट्स लेने जा रहे हैं तो ज़रूरी है की आप पहले आपने डॉक्टर से प्रमाश करें और उसके बाद ये दवाइयाँ खाएं|

5.   ऐसी लोग जो खून को पतला करने की दवाइयाँ लेते हैं उन्हें खासतौर पर डॉक्टर से परामर्श करने की ज़रूरत है|

6.   वह लोग जिनके शरीर में विटामिन-के की कमी होती है, उन्हें विटामिन ई की अधिक मात्रा नहीं लेनी चाहिए|

विटामिन-ई के फायदे:

1.       विटामिन ई त्वचा के लिए और बालों के लिए वरदान से कम नहीं है, विटामिन ई हमारी त्वचा को सूरज की किरणों से होने वाले नुकसान से बचाती है, इसके साथ ही ये झुर्रियां, और रूखेपन से भी बचाती है|

2.   विटामिन ई शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं के निर्माण में मददत मिलती है|

3.   कुछ अध्ययनों में ये बात सामने आई है की जिन लोगों के शरीर में विटामिन ई की मात्रा ज़्यादा होती है उन्हें दिल की बीमारी का खतरा कम होता है|

4.   विटामिन ई महिलाओं में मेनोपॉज के बाद स्ट्रोक होने के आसार कम कर देता है|

5.   शोध में पाया गया है की कैंसर के मरीजों में विटामिन ई की कमी होती है, इसलिए विटामिन-ई कैंसर से बचने में सहायक है|

6.   विटामिन ई से मासिक धर्म में होने वाले दर्द से बचा जा सकता है|

7.   शरीर में विटामिन ई की कमी है तो इससे मधुमेह का खतरा बढ़ जाता है|

8.   विटामिन ई ब्रेस्ट कैंसर से बचाव में भी लाभकारी है|

9.   विटामिन ई आपकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है|

10.   अगर आप बालों के झड़ने के लिए कोई दवाई ले रहे हैं तो विटामिन ई उन दवाइयों के साइड इफेक्ट को कम करता है|

11.   विटामिन ई शरीर में अत्यधिक कोलेस्ट्रॉल बनने से रोकता है|

12.   विटामिन ई ये भी निश्चित करती है की हमारे शरीर में विटामिन ए और के दोनों भरपूर मात्रा में हों|

हम आशा करते हैं की ये जानकारी आपके काम आएगी और अगर आप या आपके जानने में कोई अन्य व्यक्ति विटामिन ई की कमी से ग्रस्त है तो उनसे ये जानकारी ज़रूर सांझा करें|

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