मौसम का प्रभाव हमारे तन-मन दोनों पर ही पड़ता है क्यूंकी मौसम प्रकृति में हुये बदलाव का परिणाम है इसलिए उस बदले वातावरण में शरीर का संतुलन कैसे बचा कर रखें|
विशेष मौसमों में होने वाले विशेष रोगों से इसी बात की जानकारी यहाँ साझा की गयी है|
गर्मी के मौसम में ध्यान रखे वाली बातें:
1. तेज़ धूप में घर से बाहर निकलें तो एक गिलास ठंडा पानी पी लें और एक सबूत प्याज जेब में रख लें इन उपायों से लू का प्रभाव नहीं होता|
2. बाहर से घर लौटे तो तत्काल ठंडा पानी न पियें, थोड़ी देर ठहर कर पसीना सूखा लें और फिर ठंडा जल घूंट-घूंट कर पियें|
3. तेज़ धूप में नंगे सर न घूमें, टोपीम छत्री, गमछा, पगड़ी को पहने रखें, इससे धूप से बचाव होता है| आप किसी भी कपड़े का इस्तेमाल कर सकते हैं ताकि लू से बचाव हो सके|
4. यदि रात को दस बजे के बाद जागना पड़े तो एक-एक घंटे से एक-एके गिलास ठंडा पानी पीते रहें इससे वात और पित्त का प्रकूप नहीं होता और शरीर में गर्मी नहीं बढ़ती| सुबह वशरूम जाने से पहले एक से दो ग्लास पानी ज़रूर पियें, शाम को भी वशरूम ज़रूर जया करें|
5. रात को सोते समय मीठा दूध घूट-घूट करके ज़रूर पिया करें इसमें एक या दो चम्मच शुद्ध घी डालकर पीने और ज़्यादा हितकारी होता है|
6. शाम का भोजन हल्का और कम मात्रा में होना चाहिए, रात का दूध भोजन के दो घंटे के बाद पीने चाहिए|
7. दोपहर बाद शर्बत, नींबू की शिकंजी या ठंडाई या फल का रस पीना चाहिए| मीठी लस्सी या मीठा पतला सत्तू भी पी सकते हैं|8. एक गिलास मट्ठा, छाछ, एक चम्मच पिसा जीरा भुना हुआ, एक चम्मच गुड़ की शक्कर, एक हरी मिर्च, काला नमक अंदाज़ से तथा थोड़ा हरा धनिया और पुदीना इतनी सामाग्री लेकर छाछ में शक्कर/ गुड़ की शक्कर और काला नमक पीसकर डाल दें| हरा धनिया व पुदीना पीसकर छाछ में डाल दें ऊपर से पिसा जीरा डालकर अच्छी तरह मिला लें यह सभी लोगों के लिए बेहतरीन है| इसे सुबह या भोजन के बाद (दोपहर के बाद) पीना चाहिए|