पायरिया से छुटकारा पाने का उपाय – इन घरेलू नुस्खों से दांत व मसूड़े रहेंगें स्वस्थ!

दांत के रोगों में पायरिया एक भयंकर रोग है| इस रोग में मसूड़ों और दांतों के बीच की जगह में मवाद हो जाता है| इससे दांतों की सड़न नहीं समझना चाहिए क्यूंकी दांतों की सड़न और पायरिया में बहुत फरक है| दांतों की सड़न छोटे बच्चों में भी हो जाती है| जिनके दांत सड़ने लगते हैं उन सभी व्यक्तियों के दांतों में पीब नहीं होती| पायरिया युवा या किसी भी व्यक्ति को हो सकता है|

पायरिया के लक्षण:

पायरिया में सबसे पहले मसूड़े फूलने लगते हैं और लाल हो जाते हैं| उनमें से खून भी निकलता है और उंगली से छूने पर दर्द भी होता है| मसूड़ों और दांतों के बीच अन्न-द्रव्य भर जाने से सड़न शुरू हो जाती है और पायरिया रोग हो जाता है|

पायरिया के रोगी के मुह से दुर्गन्ध आती है| मुंह का जयका बिगड़ जाता है और जीभ गंदी दिखने लगती है| पायरिया के रोगी को सौंच साफ नहीं होता और धीरे-धीरे समग्र पाचन क्रिया बिगड़ जाती है| कब्ज शुरू हो जाता है और दांत कमजोर हो जाते हैं|

तंतमूल में उत्पन्न पीब के कभी-कभी बाहर आ जाने से उसका असर गले, मुह तथा फेफड़ों पर भी पड़ता है, जो आगे चलकर अन्य शारीरिक विकारों के कारण बनते हैं|

पायरिया के नुस्खे:

1.   सुबह दतून करने के बाद राई का तेल व नमक मिलाकर उंगली से दांत व मसूड़ो पर मालिश करें| या रूई के फाहे से मसूड़ों पर लगाएँ, रात को सूने से पहले भी ऐसा करें|

2.   परवल के पत्ते, कटू, सौठ, काली मिर्च, पिपरी, पाठा और सेंधा नमक का काढ़ा बनाकर कपड़े से छान लें, ठंडा होने पर सुबह-शाम इससे कुल्ला करें| पायरिया से कुछ ही दिनों में छुटकारा मिल जाएगा|

3.   बरगद, गूलर या पीपल में से किसी एक की बाहरी त्वचा या उसकी कोमल डंठलें लाकर उसका काढ़ा बनाकर उससे गरारे करने से पायरिया में लाभ होता है|

4.   रेड़ी (एरंड) का तेल 200 मि.ली. सबको एक साथ मिलाकर उससे नीम की दातुन, या उंगली से दातों पर मालें|

5.   नींबू का रस मसूड़ों पर मलने से दांतों में से निकालने वाला खून बंद हो जाता है|

6.   तिल के तेल को मुह में 10 से 15 मिनट तक रख कर गरारा करने से पायरिया रोग दूर होता है और हिल रहे दांत भी मजबूत हो जाते हैं|

7.   नमक और बबूल के कोयले का मंजन बनाकर दांतों को साफ करें, सरसों के तेल में मिला हुआ नमक का मंजन पायरिया में लाभदायक है|

8.   पायरिया से दांतों से दर्द उठता है तो देसी घी में कपूर मिलाकर, दांतों पर सुबह-शाम धीरे धीरे माल कर लार गिरते रहें फिर कुल्ला कर लें|

पथ्य-अपथ्य: पायरिया से बचने के लिए दांतों के स्वस्थ रक्षा पर विशेष ध्यान देना चाहिए| अत्यधिक गरम पेय जैसे चाय, कॉफी, आदि| और ठंडे पेय पदार्थ जैसे आइसक्रीम, कुल्फी और बर्फ से बने पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए|

गरमा-गरम खाने से बाद बर्फ का ठंडा पानी तथा ठंडे-गरम पेय पदार्थों का एक साथ सेवन कभी न करें| दांतों के स्वस्थ के लिए भोजन के बाद स्वस्थ जल से कुल्ला करें| भोजन को चबा-चबाकर खाना दांतों को मजबूत बनाने की ज़रूरी क्रिया है| अनार, भिगोये हुये काले चने, नारियल की गिरि, कच्चे फल, गन्ना चूसना आदि दांतों के लिए हितकारी है|

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