जायफल के इन 8 घरेलू नुस्खों से दस्त, उल्टी, हाथ पैर में दर्द जैसी कई दिक्कतों का उपचार करें!

जायफल के नुस्खे एक सुगंधित पदार्थ है| मिठाइयों और पकवानों में इसका प्रयोग किया जाता है| बालकों को घिसकर दी जाने वाली चीजों में जायफल विशेष माना जाता है|  

ये मुख का फीकापन, मल-दुर्गंध, कालिमा, पेट के कीड़े, खांसी, उल्टी, सांस रोग, बच्चों का सूखा रोग और जुखाम आदि में काफी फायदेमंद है| जायफल बहुत से खाने की चीजों में इस्तेमाल होता है पर इसे बहुत से गुणकारी गुणों के बारे भी जान लें क्यूंकी आप जायफल की बहुत सी समस्याओं को ठीक करने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं|

जायफल के 8 कमाल के घरेलू नुस्खे:

1.   हिचकी-उल्टी:

जायफल को चावल के धोवन में पीसकर पीने से हिककि व उल्टी बंद हो जाती है|

2.   दस्त:

जायफल और सौठ को गाय के घी में घिसकर चटाने से बच्चों को जुखाम के कारण होने वाले दस्त बंद हो जाते हैं|

3.   हैजे के दस्त:

जायफल का 10 ग्राम चूर्ण गुड में मिलाकर तीन-तीन ग्राम की गोलियां बनाइये| एक-एक गोली आधे-आधे घंटे पर देकर ऊपर से थोड़ा गरम पानी पीने से हैजे के दस्त बंद होते हैं|

4.   हाथ पैर में दर्द:

जायफल का चूर्ण 100 मि. ली. तेल में मिलाकर धीमी आंच पर गरम कीजिये| ठंडा होने पर यह तेल हैजे के रोगी के हाथ पैर पर, मलने से दर्द में राहत मिलती है|

5.   उदरशूल:

जायफल का एक से दो बूंद तेल शक्कर या बताशे में डालकर सेवन करने से उरदशूल (कोलिक) व पेट की गैस से छुटकारा मिलता है|

6.   संधिवात (गठिया):

जायफल के तेल को सरसों के तेल में मिलाकर जोड़ों की पुरानी सूजन पर मलने से त्वचा में गर्मी पैदा होती है, पसीना निकलता है, संधिवात के कारण अकड़े हुये संधि-स्थल खुलते हैं और संधिवात मिटता है|

7.   दाँत के कीड़े:

जायफल के तेल का फाहा दाँत में रखने से दाँत के कीड़े मर जाते हैं और दाँत की पीड़ा शांत होती है|

8.   घाव या फोड़े:

जायफल का तेल मिलाकर बनाया हुआ मलहम घाव पर लगाने से घाव जल्द ठीक हो जाता है|

जायफल की अतसीर गरम होती है जिस कारण इसका इस्तेमाल अभूत अधिक नहीं करना चाहिए| इसके साथ ही आप त्योहारों में जायफल को घर पर मिठाई बनाते वक़्त इस्तेमाल कर सकते हैं|

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