बारिश का मौसम सभी को पसंद है खास कर बच्चों को उन्हें भीगने का मौका जो मिलता है वहीं बड़े बुजुर्ग बच्चों में भी अपना बचपन ढूँढ़ लेते हैं|
अक्सर बारिश के मौसम में गरमा गरम चाय और पकोड़ों के साथ पुराने के गाने शौकिया तौर पर सुने जाते हैं और भले ही आज की जेनेरेशन कितना भी यो-यो टाइप्स गाने सुन लें उन्हें भी कही न कही ये गाने पसंद आ ही जाते हैं|
ख़ैर बारिश आपने साथ कई बीमारियाँ भी लाती है और आपको किन-किन बातों पर ध्यान देना है इसकी जानकारी नहीं है तो घबराइए नहीं|
आज हम एक्सपर्ट द्वारा साझा की गयी कुछ ज़रूरी बातें आपको बताएंगें ताकि बारिश में होने वाले संक्रमण से बचा जा सके|
एक्सपर्ट का क्या कहना है?
· डॉ. सलमान खान का कहना है की अगर बच्चे या कोई भी बारिश में भीग गया है तो सबसे पहले उन्हें आपने कपड़े बदलने चाहिए|
· इसके साथ ही बारिश के मौसम में बाहर का जंक फूड और बाहर किसी भी प्रकार के खान-पान से बचें|
· कोशिश पूरी यही रहनी चाहिए की जो भी खाना हो घर पर ही खाएं|
· ऐसा इसलिए भी है क्यूंकी बाहर के खान-पान से (खासकर बारिश के मौसम में) डायरिया हो सकता है|
अन्य किन बातों पर देना है ध्यान?
· डफरिन अस्पताल के डॉक्टर (बाल रोग विशेषज्ञ) का कहना है की कई बार कमजोरी होने पर ज़रूरी है की आप पौष्टिक खाना ही खाएं जैसे की बादाम अखरोट, अनाज, दालें, आदि।
· इसके साथ ही ये भी कोशिश करें की आप ठंडे पेय पदार्थ का सेवन न करें।
· जो भी सब्जियाँ लाएँ उन्हें पहले बेकिंग सोडा से अच्छे से धो लें उसके बाद ही इस्तेमाल करें|
· शरीर रोगप्रतिरोधक क्षमता बड़ाने के लिए नींबू, आम, संतरा, टमाटर और विटामिन-ई और ए के लिए अलसी को आपने रोज़ के खाने में शामिल कर लें|
· साथ ही इस मौसम में मच्छरों का आतंक भी बड़ जाता है और इससे निपटारा पाने के लिए मच्छरदानी लगाकर सोएँ|
· साथ ही ध्यान रखें की घर के आस पास या घर में भी पानी इकट्ठा न हो|
· साथ ही घर की आस पास की नालियों में डीडीटी का छिड़काव कर दें|
इन बीमारियो से बचना है मॉनसून में! पर कैसे?
1. टाइफाइड
टाइफाइड के लक्षण:
· सिर में दर्द
· शरीर का तापमान बड़ना यानि की बुखार (104 डिग्री) हो जाना
· जी मचलना
· पेट में दर्द और शरीर में दर्द
· भूख लगना
· कब्ज और दस्त
कैसे बचें? – डॉक्टर को दिखने के साथ ही आप टाइफाइड में ज़्यादा से ज़्यादा तरल पदार्थों का सेवन करें।
2. स्किन की समस्या
स्किन की समस्या के लक्षण:
· फुंसी
· फोड़े
· दाद
· घमोरियां
· रैशेज
कैसे बचें? – गीले कपड़े या जूते ज्यादा देर तक न पहनें, नीम के साबुन का प्रयोग करें, एंटी फंगल क्रीम लगाएं और सूती कपड़े पहनें।
3. मलेरिया, चिकनगुनिया
लक्षण:
· तेज बुखार,
· कंपकंपी आना
· पसीना आना
· सिर में दर्द
· शरीर में दर्द
· उल्टी होना आना और जी मचलना
कैसे बचें? – इस बीमारी में आप पपीते के पत्तों का जूस बनाकर पी सकते हैं, इससे चिकनगुनिया में आपको आराम मिलेगा| इसके साथ ही आप अदरक का काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं|
4. पीलिया
पीलिया के लक्षण:
· भूख न लगना
· पीली पेशाब होना
· शरीर में पानी की कमी होना
कैसे बचें? – गंदा पानी न पिएँ, पीना भी हो तो पानी को पहले उबाल लें फिर पिएं। इसके साथ ही आपके खाने-पीने वाली चीज़ें फ्रेश और शुद्ध हो इसका ध्यान रखें|
5. वायरल फीवर
वायरल फीवर के लक्षण:
· सर्दी
· जुकाम
· खांसी
· हल्का बुखार
· शरीर में दर्द
कैसे बचें? – तुलसी के पत्तों को तोड़कर अच्छे से पानी से धो लें, फिर इसमें अदरक, काली मिर्च डालकर चाय बनाकर इसे पिएं।
हम आशा करते हैं की ये घरेलू उपाए आपको इन सभी बीमारियों से बचने में मददत करेंगें| साथ ही एक बार आपने डॉक्टर परामर्श ज़रूर कर लें| मॉनसून का मज़ा लें पर बीमार हुये बिना|