मासिक धर्म की समस्या कई कारणों की वजह से परेशानी बन जाती है है खासकर तब जब महिलाओं को मासिक धर्म की वजह से बहुत अधिक दर्द होता है| जिन लोगों को ये समस्या हैं उन्हें एक बार गाइनकॉलजस्ट से ज़रूर मिलना चाहिए|
इसके साथ ही कई बार ऐसा कहते सुना होगा की पीरियड्स में अचार को नहीं छूना चाहिए और इससे अचार खराब हो जाता है| आज हम इसी के बारे में बात करेंगें, की क्या वाकई में ऐसा होता है या ये सिर्फ एक मिथक है?
आज के जमाने में भी हम बहुत सी ऐसी बातें फॉलो कर रहे हैं, पर कई बार कुछ बातें जो उस समय पर सही थी इस वक़्त पर भी सही हो ज़रूरी नहीं है| हाँ, बहुत सी बातें जो हम काफी समय से फॉलो करते आ रहे हैं वो आज के टाइम पर भी मददगार हैं|
क्या सच में मासिक धर्म में अचार खराब हो जाता है?
तो बात ये है की क्या आप मासिक धर्म में अचार को छु सकते हैं या नहीं? तो इसका जवाब है, हाँ| पर इसके बाद भी ये बात किस वजह से इतनी घरों में सुनने को मिलती है?
ऐसा इसलिए है क्यूंकी यही बात बहुत सालों पहले सही था, आज हमारे पास साफ-सफाई के अनगिनत विकल्प उपलब्ध हैं, पर विज्ञान की तरक्की से पहले साफ-सफाई के इतने सारे विकल्प मौजूद नहीं थे, जिससे हम खुद को आसानी से साफ रख सकें| यही कारण है की मासिक धर्म के दिनों में महिलाओं को अचार जैसी चीजों को छूने से मना किया जाता था|
उन दिनों शरीर की सफाई और खासकर हाथों की सफाई अच्छे से नहीं हो पाती थी जिस कारण महिलाओं को उस समय रसोई और कुछ खान-पान की चीज़ें जैसे की अचार से दूर रखा जाता था| आज भी बहुत से ग्रामीण क्षेत्रों व गाँव में इन बातों का पालन होता है|
आज विज्ञान की तरक्की के कारण महिलाएं खुद को अच्छे से साफ भी रख सकती है और उनके पास मासिक धर्म के वक़्त भी बाहर जाने के लिए पैड, टैमपोन, सिलिकॉन या लेटेक्स से निर्मित कप (जिसे हम मेंस्ट्रुअल कप भी कहते हैं) जैसे बहुत से विकल्प हैं|
इसलिए आज ये बातें मिथक से बढ़कर कुछ नहीं हैं| पहले के समय में जब न तो पैड थे और न भी साफ-सफाई के लिए साबुन तब महिलाएं मासिक धर्म के दिनों में अस्वच्छ रहती थी|
इसके साथ ही मासिक धर्म के दौरान महिलाओं के शरीर से एक तरह की स्मेल (गंध) आती है जो की इतनी ज़्यादा नोटिसेब्ल नहीं है और ये बिलकुल नॉर्मल भी है| इस गंध को साफ-सफाई से दूर किया जा सकता है, पर ऐसा पहले के समय पर नहीं था और इस गंध के कारण भी अचार खराब हो सकता है|
यही कारण है की पहले के समय में ऐसी बातों का ध्यान देना होता था|
हम आशा करते हैं की आपको समझ में आ गया होगा की क्यूँ किसी भी चीज़ के पीछे के कारण जानना ज़रूरी है|
किसी बात को मानना या न मानना ये आप पर निभार करता है, पर अगर आपको सही जानकारी हो तो आप मिथकों से बच सकते हैं|