गैस रोग आज कल एक आमरोग हो गया है| पेट में गैस बनना प्राय: पाचन संबंधी किसी अन्य रोग का लक्षण है|
गैस रोग के कारण:
– अनियमित आहार-विहार के कारण ही यह रोग अधिक होता है|
– आजकल न तो लोगों के भोजन का निश्चित समय है न सोने का, चाय-कॉफी और धूम्रपान का बढ़ता शौक भूख रहने पर भी कुछ न खाना, मिर्च मसाला, तेल का अधिक सेवन ही पेट खराब होने का दुष्परिणाम है|
– आज कल बहुत प्राचीलित गैस रोग, पेट के गैस रोग का सीधा संबंध डर, क्रोध, द्वेष, चिंता आदि से भी है|
– तनाव की अवस्था में कुछ लोगों में गैस लोग और बढ़ जाता है|
गैस रोग के लक्षण:
– पेट में गैस रोग होने से पाचन क्रिया अव्यवस्थित हो जाती है|
– अम्ल एवं झार का संतुलन बिगड़ जाता है भूख खुलकर नहीं लगती और पेट में वायु भरा हुआ मालूम होता है|
– पेट व पीठ में हल्का-हल्का दर्द भी महसूस होता है, दस्त साफ नहीं होती तथा पेट भारी रहता है डकारे अधिक आती हैं, मल सूख जाता है, थकावट व आलस घेरे रहते हैं|
गैस रोग के घरेलू नुस्खे:
1. लहसुन व अदरक के रस को मिलकर, गुंगुने पानी के साथ पी लीजिये पेट का अफरा चंद मिनटों में भाग जाएगा|
2. पानी में खाने का सोडा, नमक व नींबू मिलाकर पियें, पेट का अफरा परेशान नहीं करेगा|
3. कब्ज तथा मंदाग्नि होने पर पेट अफरा बेचनी और भी बढ़ा देता है, इसका सहज समाधान है, इमली का गूदा पानी में उबालकर ठोड़ी सी चीनी के साथ मिलाकर सेवन करें| मधुमेह के रोगी चीनी के बदले गुड मिलाकर पियें|
4. पिसी हुयी हल्दी व नमक गुंगुने पानी से लें तुरंत लाभ होगा।
5. हरी हल्दी को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें, इसपर नींबू और नमक छिड़क कर भोजन के साथ लें, इससे गैस नहीं बनेगी|
6. एक चम्मच अजवायन में चौथाई चम्मच नींबू का रस मिलाकर चाटें, गैस शीघ्र शांत होगी|
7. एक ग्लास गरम दूध में दो चम्मच अरंडी का तेल डालकर पियें, जल्दी लाभ होगा|
8. पेट में वायु का प्रकोप होने पर शुद्ध हींग पीसकर उसे रूई के फाहे पर रखकर नाभि पर रखें| इससे गैस निकाल जाएगी व दर्द ठीक हो जाएगा|
9. पाँच बड़े चम्मच सौंफ भूनकर पीस लीजिये। इसी मात्रा में मिश्री का भी चूर्ण बना लें, दोनों को मिलाकर इर्सबगोल की भूसी में मिला लें| यह चूर्ण सुबह-शाम और रात को खाना खाने के बाद दो चम्मच लें तो कभी पेट में गर्मी उत्पन्न नहीं होगी और खाना भी शीघ्र हजम हो जाएगा|
10. एक ग्लास गन्ने का रस गरम करके उसमें नींबू रस और थोड़ा सा सेंधा नमक डालकर सेवन करें। दिन में कम से कम दो बार पियें। कभी अफरा नहीं होगा।
11. हींग, सुंघनी या काला नमक डालकर गरम किया हुआ तिल का तेल पीने से पेट की गैस से छुटकारा मिलता है|
12. सौंफ को चबाकर खाने व उसे चूसने से अफरा साफ होता है| 4 से 5 ग्राम सौंफ का चूर्ण गरम पानी के साथ लेने से भी अफरा दूर होता है|
13. पान के रस में शहद मिलाकर चाटने से गैस रोग से मुक्ति मिलती है|
14. 25 ग्राम मेथी और 25 ग्राम सोवा लेकर तवे पर भूनिए| फिर उन्हें थोड़ा कूट लें| ये चूर्ण 5-5 ग्राम सेवन करने से गैस रोग से मुक्ति मिलती है|
पथ्य: गैस के रोगी को भोजन में चोकर युक्त आते की रोटी, मूंग की दाल, पुराने चावल का भात, मट्ठा, दूध, लहसुन, सौंठ, हींग, मेथी, अदरक, तुरई, नींबू आदि लेना चाहिए|
भोजन नियमित समय पर करना चाहिए तथा भोजन के पहले या तुरंत बाद पानी नहीं पीना चाहिए| चिंता और तनाव से बचना चाहिए| मिर्च मसले तथा तैलीये पदार्थों का सेवन करने से बचें व परहेज करें|
चाय-कॉफी व नशे से दूर रहें, गैस से बचने के लीये पथ्य-अपथ्य का पालन करना ज़रूरी है|