इन 6 आयुर्वेदिक जड़ीबूटियों से बीपी की समस्या वर्तमान काल से भूत काल में ले जाएँ!

ऊपर की हैडिंग पढ़कर ये तो आप समझ ही गए होंगें की आज हम किस टॉपिक पर बात करने वाले हैं| बीपी हर बात पर बढ़ सकता है, जैसे की इस बात पर भी की आपको बीपी की समस्या है और कई कोशिशों के बाद भी ये ठीक होने का नाम नहीं ले रहा|

पर ये टॉपिक पढ़कर बीपी नहीं ब्देयगा क्यूंकी इसमें हम कुछ ऐसी जड़ी बूटियों के बारे में बात करेंगें जिन्हें खा कर आपकी बीपी की समस्या खत्म हो सकती है| पर इसके साथ ये भी जानना ज़रूरी है की आपको कोई भी दिक्कत हो केवल एक चीज़ पर फिर वो दवाइयाँ हो या जड़ी बूटियाँ, पर पूरी तरह निर्भर न हों| आपने खान-पान का ध्यान ज़रूर दें क्यूंकी ऐसा करने से आप किसी भी समस्या से जल्दी छुटकारा पा सकते हैं|

चलिये इतने ज्ञान के बाद काम की बात करते हैं और सीधा आते हैं 6 जड़ी बूटियों पर जो बीपी की समस्या को नियंत्रित करने में या कहें सामान्य करने में बहुत कारगर हैं|

1.   त्रिफला: ये जड़ी बूटी तीन चीजों का कॉम्बो पैक है, यानि के ये आंवला, हरड़, और बहेड़ा से बनी होती है| इस जड़ी बूटी का इस्तेमाल वज़न कम करने के साथ-साथ ब्लड प्रैशर कंट्रोल करने के लिए भी किया जाता है| इसलिए जिन लोगों को रक्तचाप की समस्या हैं उन्हें खाने के के कम से कम दो घंटे बाद एक चम्मच त्रिफला (पाउडर ज़्यादा बेहतर होता है), गरम पानी के साथ लेना चाहिए| त्रिफला में रक्त परिसंचरण में सुधार करने के गुण होते हैं जिससे ये आपके शरीर में मौजूद रक्त वाहिकाओं में आने वाले अवरोध को रोकता है और द्वाब को कम करता है|

2.   अर्जुन: यदि आपको हाइ बीपी, ज़रूरत से ज़्यादा वज़न और कफ की समस्या है तो अर्जुन जड़ी बूटी बहुत ही काम की आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है| इस जड़ी बूटी की चाल भी औषधीय होती है जिसे beta-blocker के नाम से भी जाना जाता है| अर्जुन जड़ी बूटी न सिर्फ आपको हाइ बीपी से बकहती है पर ये आपको अन्य दिल की बीमारियों से भी बचाती है|

3.   नागफनी: इस जड़ी बूटी का नाम सुनने में भले ही अटपटा लगे पर ये जड़ी बूटी का इस्तेमाल दिल से जुड़ी समस्याएँ और उक्क रक्तचाप को सही करने के लिए किया जाता है| आपकी इस जड़ी बूटी की चाय भी बना सकते हैं और नागफनी का पानी भी पी सकते हैं|

4.   ओरिगैनो: ओरिगैनो जड़ी बूटी कुछ और नहीं बल्कि अजवाइन की पत्तियों को कहा जाता है| यह जड़ी बूटी आपकी सेहत के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती है है क्यूंकी इस जड़ी बूटी में करवाक्रोल (Carvacrol) नामक यौगिक पाया जाता है जो की हाइ बीपी की समस्या को कम कर सकता है| इसके साथ ही इस जड़ी बूटी के तेल की कुछ बूंदें पानी में डालकर इसका सेवन करें|

5.   अश्वगंधा: ये जड़ी बूटी का नाम कुछ सुना-सुना लग रहा हाइना? हाँ क्यूंकी ये जड़ी बूटी अधिकतर अपने किसी न किसी फायदे के लिए हमारे सामने आती रहती है| ये जड़ी बूटी ज़्यादा तर मानसिक तनाव को कम करने के लिए इस्तेमाल में लायी जाती है, पर अश्वगंधा उच्च रक्तचाप को कम करने के लिए भी कारगर होती है|

6.   शंखपुष्पी: शंखपुष्पी का सेवन करने से उच्च रक्तचाप के लोगों को रक्तचाप सामान्य करने में मदद मिलेगी| शंखपुष्पी उच्च रक्तचाप के साथ ही तनाव को कम करने में भी कारगर है क्यूंकी ये शरीर में मौजूद स्ट्रैस हॉर्मोन्स को कम करती है और इस जड़ी के कोई दुष्प्रभाव भी देखने को नहीं मिलते हैं|

इन सभी जड़ी बूटियों के इस्तेमाल से आपको उच्च रक्तचाप को नियतरित करने में भी बहुत मदद मिलेगी| इसके साथ ही आपके लिए ये भी जानना ज़रूरी है की उच्च रक्तचाप का सबसे बड़ा कारण स्ट्रैस है जिस कारण उच्च रक्तचाप की समस्या होती है|

जब व्यक्ति अत्यधिक तनाव लेता है तो इससे नसों पर द्वाब पड़ता है क्यूंकी ऐसे में दिल को अधिक काम करना पड़ता है जिस कारण व्यक्ति में उच्च रक्तचाप की समस्या होती है| रकी धमनियाँ निश्चित द्वाब ही सहन कर सकती है और जब इन धमनियों में द्वाब नॉर्मल से ज़्यादा पड़ता है तब उच्च रक्तचाप की समस्या शुरू होती है|

जड़ी बूटियों का सेवन डॉक्टर से परामर्श करने के के बाद ही लें क्यूंकी उच्च रक्तचाप की समस्या में सबसे पहले डॉक्टर को दिखाना होता है| डॉक्टर की मंजूरी मिलने के बाद आप इन जड़ी बूटियों की आपने खाने के साथ दिन के किसी भी समय शामिल कर सकते हैं| बेहतर होगा की आप अपने खान-पान पर भी ध्यान दें और ऐसा खाना-खाएं जो आपकी सेहत तो जल्दी ठीक होने में मदद करे|

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